सुनौली बॉर्डर (उत्तर प्रदेश )
उत्तर भारत से नेपाल की ओर जाने वाले अधिकांश लोग सुनौली बॉर्डर से होकर नेपाल के भैरहवा तक जाते हैं। उत्तर प्रदेश के गोरखपुर से यहाँ आसानी से पंहुचा जा सकता है। यह भारत की सबसे बड़ी और व्यस्ततम सीमा है।नेपाल भैरहवा से काठमांडू, पोखरा और लुंबिनी के लिए बस सेवा उपलब्ध हैं।
बिहार के बोधगया या कोलकाता से यात्रा करने वाले लोगो के लिए सबसे सुविधाजनक है।रक्सौल बॉर्डर से होकर नेपाल के बीरगंज तक पंहुचा जा सकता है। रक्सौल तक दिल्ली ,कोलकाता ,मुबई ,गुवाहाटी ,हैदराबाद से सीधी रेल सेवा उपलब्ध हैं।बीरगंज से बसों को काठमांडू तक पहुंचने में छह से सात घंटे और पोखरा तक आठ घंटे लगते हैं। बीरगंज से काठमांडू पहुंचने के लिए शेयर जीप से केवल चार से पांच घंटे लगते हैं।
पानीटंकी बॉर्डर (पश्चिम बंगाल )
पश्चिम बंगाल के पानीटंकी बॉर्डर से होकर नेपाल के काकरभित्ता तक पंहुचा जा सकता है । पानीटंकी बॉर्डर का उपयोग दार्जिलिंग, कोलकाता, सिक्किम और शेष पूर्वोत्तर भारत से आने वाले लोगों द्वारा किया जाता है। सिक्किम में सिलीगुड़ी, कालिम्पोंग और गंगटोक से पानीटंकी पहुंचने के लिए बसें, टैक्सी और शेयर जीपें चलती हैं। काकरभित्ता से काठमांडू जाने के लिए नियमित बस सेवा उपलब्ध है।
बनबासा बॉर्डर (उत्तराखंड)
उत्तराखंड के बनबासा से होकर नेपाल के महेन्द्रनगर जिसे भीमदत्ता भी कहा जाता है पंहुचा जा सकता है। उत्तराखंड के बैरीली, रुद्रपुर या हल्द्वानी से बनबासा तक पहुंचा जा सकता है।महेन्द्रनगर से काठमांडू पोखरा के लिए बस सेवा उपलब्ध है। काठमांडू पहुंचने के लिए बसों को लगभग 15 से 17 घंटे लगते हैं।
जमुनाहा (उत्तर प्रदेश )
उत्तर प्रदेश के जमुनाहा से होकर नेपाल के नेपालगंज तक पंहुचा जा सकता है। नेपालगंज से काठमांडू बस से पंहुचा जा सकता है।
गौरीफंटा (उत्तर प्रदेश )
उत्तर प्रदेश के गौरीफंटा से होकर नेपाल के धनघड़ी तक पंहुचा जा सकता है।धनघड़ी से काठमांडू जाने के लिए बस सेवा उपलबध है।
रुपैडीहा (उत्तर प्रदेश )
रुपैदीहा भारत का एक छोटा सा सीमावर्ती शहर है जो उत्तरप्रदेश में स्थित है। रुपैडीहा से नेपालगंज सिर्फ 5 किलोमीटर है।रुपैडीहा से नेपालगंज रिक्शा, सायकल रिक्शा ,टांगे से पहुंच सकते है।
भारत से नेपाल सीधे बस सेवा
दिल्ली से काठमांडू
बस रूट - आंबेडकर स्टेडियम टर्मिनल, गाजियाबाद, नोएडा, यमुना एक्सप्रेस वे, आगरा बाईपास, इटावा, कानपुर, लखनऊ बाईपास, फैजाबाद, गोरखपुर, पीपी गंज, आनंद नंगर, सनौली बॉर्डर, बुटवाल, नारायण गढ़ से मुगलिग होते हुये काठमांडू पहुंचेगी।
बस रूट - आंबेडकर स्टेडियम टर्मिनल, गाजियाबाद, नोएडा, यमुना एक्सप्रेस वे, आगरा बाईपास, इटावा, कानपुर, लखनऊ बाईपास, फैजाबाद, गोरखपुर, पीपी गंज, आनंद नंगर, सनौली बॉर्डर, बुटवाल, नारायण गढ़ से मुगलिग होते हुये काठमांडू पहुंचेगी।
वाराणसी से काठमांडू बस
बस रूट - वाराणसी से काठमांडू बस - आज़मगढ़, गोरखपुर , सनौली, और भैरहवा से होकर काठमांडू जाती है।
बस रूट - पटना-जनकपुर की बसें पटना, मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी भिट्ठा मोड़ होते हुए जनकपुर जाएंगी।
बस रूट - बोधगया-काठमांडू की बसें गया, पटना, हाजीपुर, मुजफ्फरपुर, मोतिहारी, रक्सौल, वीरगंज होते हुये काठमांडू जाएंगी।
बस रूट - आलमबाग से चलकर अयोध्या, गोरखपुर, सलेमगढ़, गोपालगंज, पिपरा कोठी, मुज्जफरपुर, सीतामढ़ी, बिट्टा मोड़, जलेसर के रास्ते जनकपुर जाएगी।
भारतीयों को नेपाल जाने के लिए वीजा की आवश्यकता नहीं है। नेपाल बॉर्डर चेक-पोस्ट पर पुलिस को अपनी नागरिकता का एक वैध पहचान प्रमाण दिखाकर नेपाल में प्रवेश कर सकते है।आपको संबंधित अधिकारियों से कुछ दस्तावेज प्राप्त करने की आवश्यकता होती है।
नेपाल सीमा पर भारतीयों द्वारा अपनी नागरिकता साबित करने के लिए आवश्यक दस्तावेज निम्न में से एक आवश्यक -
1. पासपोर्ट
2. वोटर आई-कार्ड
3. ड्राइविंग लाइसेंस
4. आई-कार्ड किसी भी सरकारी प्राधिकरण द्वारा जारी किया गया
5. नेपाली दूतावास द्वारा जारी एक पत्र
2. वोटर आई-कार्ड
3. ड्राइविंग लाइसेंस
4. आई-कार्ड किसी भी सरकारी प्राधिकरण द्वारा जारी किया गया
5. नेपाली दूतावास द्वारा जारी एक पत्र
स्वयं के कार के साथ नेपाल में प्रवेश करने के लिए आवश्यक दस्तावेज
1. वाहन का पंजीकरण प्रमाण पत्र (RC)
2. ड्राइविंग लाइसेंस
3. सीमा शुल्क परमिट (नेपाली में भंसार कहा जाता है)
4. वाहन का परमिट (नेपाली में यातायात अनुमति)
नेपाल में भंसार और वाहन परमिट कैसे प्राप्त करें
नेपाल बॉर्डर पर स्थित भंसार कार्यालय से संपर्क करें और एक फॉर्म भरकर भंसार कार्यालय में जमा करे। यहाँ भंसार प्राप्त करने के लिए एजेंट उपलब्ध है। आपको कुछ करने की जरूरत नहीं। एजेंट की फी और भंसार का शुल्क आपको अदा करना होगा।
भंसार प्राप्त करने के बाद, अगला कार्य ट्रैफ़िक विभाग से वाहन परमिट (यातायात अनुमति )प्राप्त करना है, जिसे याता यात विभाग से प्राप्त करना पड़ता है।वाहन परमिट एक दो दिन की अतिरिक्त अनुमति लेना हमेशा उचित होता है। क्यों की आप निर्धारित समय पर बॉर्डर पर नहीं पहुंचे तो आपका वाहन जप्त किया जाता है और भारी पेनल्टी भरनी पड़ती है और एक लंबी क़ानूनी प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है।कुछ बॉर्डर पर ही यातायात अनुमति ऑफिस बने है। कुछ बॉर्डर से आगे पांच सात किलोमीटर नेपाल के भीतर ऑफिस बने है।
नेपाल के दर्शनीय स्थल
मुक्तिनाथ मंदिर नेपाल
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