Wednesday, June 20, 2018

Visiting Places in agra


लाल किला Agra Fort

आगरा से दुरी - 1 km
आगरा फोर्ट या आगरा के लाल किले के रूप में भी जाना जाता है, आगरा किला विश्व प्रसिद्ध ताजमहल से मात्र 2.5 किलोमीटर की दूरी पर आगरा में यमुना नदी के दाहिने किनारे पर स्थित एक विशाल किला है। अपनी दीवारों के भीतर एक पूरे शहर को शामिल करते हुए, यह आकर्षक संरचना वर्ष 1573 में अकबर द्वारा बनाई गई थी। 1638 तक आगरा किला मुगल का

Taj Mahal Agra Complete Travel Guide In Hindi

आगरा कैसे पहुंचे 

सड़क मार्ग द्वारा
आगरा राजधानी दिल्ली से 204 किमी दूर है और राष्ट्रीय राजमार्ग 2, 3 और 11 के चौराहे पर है। दिल्ली से आगरा के लिए लगभग 3.5 - 4 घंटे लगते हैं। दिल्ली से कार और बस्से उपलब्ध हैं। आगरा में मुख्य बस स्टेशन इदगाह और आगरा किला हैं और दिल्ली, जयपुर, गुआलीर, झांसी और लखनऊ से निर्धारित, वातानुकूलित और लक्जरी बस सेवा चलती हैं।
हवाई मार्ग द्वारा
आगरा हवाई अड्डा (एजीआर) शहर से 12.5 किमी दूर एक सैन्य एयरबेस है।सीधे दिल्ली, वाराणसी और खजुराहो से जुड़ा हुआ है। कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय उड़ानें इन हवाई अड्डों से निकलती हैं और प्रस्थान करती हैं।

Saturday, June 2, 2018

Shani Shinganapur Travel Guide in hindi

How to reach Shani Shinganapur

शनि शिंगणापुर कैसे जाये
सड़क मार्ग द्वारा

शनि शिंगणापुर  सड़क से आसानी से पहुंचा जा सकता है। यह औरंगाबाद - अहमदनगर रोड पर गोधगांव से 6 किमी दूर स्थित है। यहाँ से ऑटो या बस से पंहुचा जा सकता है। यह सड़क साल भर खुला रहता है। शनि शिंगणापुर आने वाले ज्यादातर लोग इस स्थान पर शिरडी में साई बाबा का दर्शन करने बाद आते है। 
शिंगणापुर की दूसरे शहरों से दुरी - राहुरी बस स्टॉप 32 किमी, अहमदनगर 35 किमी, और औरंगाबाद से 84 किमी दूर है। नासिक 144 किमी, पुणे 161 किमी, वाशी 265 किमी, और मुंबई 293 किमी स्थित है।शिंगणापुर आने के लिए महाराष्ट्र सरकार की बसे या टैक्सी ,कार आसानी से मिल जाती है।
रेल मार्ग द्वारा
शिरडी साई नगर रेलवे स्टेशन से पहुंचा जा सकता है, अन्य रेलवे स्टेशन की दुरी मनमाड जंक्शन (60 किलोमीटर), कोपरगांव (22 किमी) और नागर्सुल (50 किमी) हैं।

शनि की साढ़ेसाती क्या होती है और उपाय

शनि की साढ़े साती

इस पोस्ट का उद्देश्य अंधश्रद्धा को बढ़ावा देने का बिलकुल भी नहीं है। अगर हम ईश्वर के अस्तित्व को मानते है तो साढ़े साती जैसे दूसरे तथ्य पर भी विश्वास करना होगा।ज्योतिषशास्र नुसार सभी के जीवन में एक बार शनि की साढ़े साती लगती ही है। जब लोगो को पता चलता है उनके राशि में शनि की साढेसाती चल रही है। यह सुनते ही लोग भयभीत हो उठते हैं और मानसिक तनाव में आ जाते हैं। साढ़े साती से डरने की आवश्यकता नहीं है। सभी को साढ़े साती का फल बुरा नहीं मिलता। पौराणिक कथा अनुसार दो व्यक्ति का उदाहरण लेते है। राजा हरिचन्द्र और रावण दोनों ही साढ़े साती के दौर से गुजरे थे ,राजा हरिचंद्र को अपना राजपाट खोना पड़ा था और अत्यधिक कष्ट का सामना करना पड़ा था अंत में उनके अच्छे कर्म के कारन उनको राजपाट फिरसे प्राप्त हुवा था और उनका तीनो लोगो में नाम हुवा। इसके विपरीत रावण दुष्कर्मी था इसलिए उसका सर्वनाश हुवा।